Thursday, 28 August 2014

SATYA HINDU DHARM SABHA ; AAJ KA VICHAR ;

YE DEKHO VIDESHI BRAHMIN KYA KAHATE HAI !

गर्व से कहो हम वैदिक हैं
by Aryan Joshi on Wednesday, November 30, 2011 at 10:41pm
जिनको इस विषय पर शंकाएं हैं, वे कृपया स्वामी दयानंद सरस्वती की 'सत्यार्थ प्रकाश' यह पुस्तक पढ़ें.

हम ब्राम्हण लोगों का प्रॉब्लम यह है कि हम हिन्दू न होकर भी अपने आप को हिन्दू मानते है, और वैदिक होकर भी अपने आपको वैदिक कहलवाने से कतराते है.  अपने आपको हिन्दू मानने से और अपना असली धर्म छुपाने से हमारी अवनती हो गयी है. बहुजन लोक, जो वैदिक नहीं है बल्की असली हिन्दू है, हमें हमेशा पराये समझते रहे है. उनकी संगत में आकर हम अपने आपको हिन्दू मानने लगे है और उनके जैसे ही मूर्ख बन गए है. बुरी संगत का फल हमेशा बुरा ही  होता है.

समय की आवश्यकता के कारण हम अपने आपको हिन्दू मानने लगे थे. लेकिन अब समय आ गया है अपनी असली पहचान बनाने का. अब हमें सबसे पहले बहुजनों के यहां पंडीत बनकर जाना बंद करना चाहिए. मेरा तो कहना है कि हमें केवल वैदिकों से ही धार्मिक रिश्ता रखना चाहिए. 

पहले जमाने में बहुजनों के यहां धार्मिक विधियां करना हमारी जरूरत थी, क्यों कि वह हमारा एकमात्र व्यवसाय था. अब हमारा समाज पढ़ लिखकर जीवन हर क्षेत्र में प्रगती कर चुका है. इसलिए धार्मिक विधियां करना एक दुय्यम व्यवसाय हो गया है. हमें चाहिए की यह व्यवसाय पूर्ण रूप से त्याग दें.

बहुजन समाज आजकल हमारे विरुद्ध कुछ भी बक रहा है, उस तरफ ध्यान न दें. उनसे धार्मिक रिश्ते तोड़ देने में ही उनकी और हमारी भलाई है.

इस सन्दर्भ में समाज का जागरण करने हेतू हम शीघ्रही एक संघठन स्थापित  करने जा रहें हैं.

समाज के हर सदस्य को हमारा आवाहन है कि,

१. अपने आपको हिन्दू न कहकर वैदिक कहें.

२. बच्चे को स्कूल में प्रवेश देते वक्त उसका धर्म वैदिक लिखे.

३. हिन्दू देवी- देवताओं को अपने घर में स्थान न दे, ना ही उनके मंदिरों में जायें. केवल वैदिक देवाताएं, जैसे इंद्र, वरुण, अग्नी आदी को ही अपना माने.

४. रामायण, महाभारत, पुराण आदि हमारे ग्रन्थ नहीं है. ऐसे ग्रन्थ कभी ना पढ़ें. केवल वेद, उपनिषद और अन्य वैदिक ग्रन्थ ही पढ़े.

५. आजकल हमारी अनेक लड़कियां हिन्दूओं से शादियां रचा रही है. ऐसी शादियों के खिलाफ हमें आवाज उठानी चाहिए. उसी प्रकार हिन्दू कन्याओं को हमारी बहुएं कभी नहीं बनाना चाहिए. संस्कारविहीन  होने से ऐसी कन्याएं हमारे घरों को बरबाद कर देती है.

याद रहें की हम हिन्दूओं से   श्रेष्ठ लोग हैं.
अपने आपको पहचानिए, उठिए, जागिये.....

YE HAI VIDESHI BRAHMIN .

HINDU AUR BRAHMIN ALAG ALAG DHARM HAI . BRAHMIN VIDESHI HAI , HINDU SWADESHI HAI.

Nv. D.D.Raut ,

Pracharak , SHDS

Our Message to Nation : Janeu Chhodo , Bharat Jodo

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